गुरुवार, मार्च 08, 2012

बहुत कीमती जीवन के पल,

हर पल खुशियाँ लाना सीख                                                  -श्यामल सुमन
श्यामल सुमन की रचनायें पंजाब स्क्रीन में आप कई बार पढ़ चुके हैं इस बार उनकी रचना यहाँ भ प्रस्तुत की जा रही है. सादा से शब्दों में गहरी बात करने की विशेषता उनमें जन्मजात लगती है.
गीत नया तू गाना सीख
खुद से देखो उड़ के यार
एहसासों से जुड़ के यार
जैसे गूंगे स्वाद समझते,
कह ना पाते गुड के यार
कैसा है संयोग यहाँ
सुन्दर दिखते लोग यहाँ
जिसको पूछो वे कहते कि
मेरे तन में रोग यहाँ
मजबूरी का रोना क्या
अपना आपा खोना क्या
होना जो था हुआ आजतक,
और बाकी अब होना क्या
क्यों देते सौगात मुझे
लगता है आघात मुझे
रस्म निभाना अपनापन में,
लगे व्यर्थ की बात मुझे
गीत नया तू गाना सीख
कोई नहीं बहाना सीख
बहुत कीमती जीवन के पल,
हर पल खुशियाँ लाना सीख
इक दूजे को जाना है
दुनिया को पहचाना है
फिर भी प्रायः लोग कहे कि 
सुमन बहुत अनजाना है   
परिचय
पूरा नाम है श्यामल किशोर झा और शायरी की दुनिया में जाने जाते हैं श्यामल सुमन के नाम से.
जन्म तिथि :  10.01.1960 और जन्म स्थान :  चैनपुर, जिला सहरसा, बिहार, भारत
शिक्षा :  एम० ए० - अर्थशास्त्र साथ में तकनीकी शिक्षा : विद्युत अभियंत्रण में डिप्लोमा 
वर्तमान पेशा :  प्रशासनिक पदाधिकारी टाटा स्टील, जमशेदपुर, झारखण्ड, भारत
साहित्यिक कार्यक्षेत्र :  छात्र जीवन से ही लिखने की ललक, स्थानीय समाचार पत्रों सहित देश के प्रायः सभी स्तरीय पत्रिकाओं में अनेक समसामयिक आलेख समेत कविताएँ, गीत, ग़ज़ल, हास्य-व्यंग्य आदि प्रकाशित.

स्थानीय टी.वी. चैनल एवं रेडियो स्टेशन में गीत, ग़ज़ल का प्रसारण, कई राष्ट्रीय स्तर के कवि-सम्मेलनों में शिरकत और मंच संचालन. अंतरजाल की दुनिया में पंजाब स्क्रीन के साथ साथ "अनुभूति,हिन्दी नेस्ट, साहित्य कुञ्ज, साहित्य शिल्पी, प्रवासी दुनिया, आखर कलश आदि मे अनेकानेक  रचनाएँ प्रकाशित हुयी हैं और होती रहती हैं.
गीत ग़ज़ल संकलन "रेत में जगती नदी" - कला मंदिर प्रकाशन दिल्ली 
                          "संवेदना के स्वर" - राज-भाषा विभाग पटना में प्रकाशनार्थ. इसके आलावा भी कई जगह पर मांग बढ़ रही है.
अपनी बात कहते हुए बताते हैं: इस प्रतियोगी युग में जीने के लिए लगातार कार्यरत एक जीवित-यंत्र, जिसे सामान्य भाषा में आदमी कहा जाता है और जो इसी आपाधापी से कुछ वक्त चुराकर अपने भोगे हुए यथार्थ की अनुभूतियों को समेट, शब्द-ब्रह्म की उपासना में विनम्रता से तल्लीन है-बस इतना ही। 
श्यामल सुमन से  मोबाईल फोन पर सम्पर्क का नम्बर है:09955373288. इन रचनायों पर आपके विचारों की इंतज़ार हमेशां की तरह इसबार भी शिद्दत से बनी रहेगी.--रेक्टर कथूरिया  

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